Option trading मे स्पोट प्राइस क्या होता है?
स्पॉट प्राइस (spot price) :-What is meaning of spot price
आसान शब्दो मे स्पोट प्राइस किसी स्टॉक या इंडेक्स का वह मूल्य होता है जहा वह अभी खड़ा है।
Spot price कबी भी एक मूल्य नही होता वो समय और demand and supply के साथ बदलता रहता है।
अच्छा अब आपको ये बी सवाल होता होगा की स्पॉट प्राइस कैसे बदलता रहता है?
स्पॉट प्राइस कैसे बदलता रहता है?
Option trading मे स्पॉट प्राइस कैसे पता करे? | how to find spot price in Option trading
Option trading मे स्पॉट प्राइस का उदाहरण
Option trading मे स्ट्राइक प्राइस क्या होता है?
स्ट्राइक प्राइस :- What is meaning of strike price
आसान शब्दो मे स्ट्राइक प्राइस किसी स्टॉक या इंडेक्स का वह मूल्य होता है जहा वह अगले आने वाले समय मे जाने वाला है।
स्टॉक मार्केट मे Strike price सिर्फ demand and supply से नही बदलता परंतु बदलने के लिये बहत सारे कारण होते है जैसे की Time decay, Market volatility और volume वगेरा। ये सभी बहत कीमती विषय है इस लिये हम इनको किसी अलग लेख मे जानेंगे।
स्ट्राइक प्राइस कैसे पता करे?
वैसे तो आप शेयर बाजार मे स्ट्राइक प्राइस आने वाले समय मे कोनसा होगा वो पता करना उतना आसान नही है। पर आप अनुमान लगा सकते हो की अगले कुछ समय मे ये शेयर या इंडेक्स उपर की तरफ जायेगा या नीचे की तरफ जायेगा और कितने पॉइंट तक जायेगा।
अपने अनुमान को आप सफल करने के लिये आप उस शेयर की या इंडेक्स की fundamental and techanical Analysis कर सकते हो।
Option trading मे Strike price का उदाहरण
Option trading मे strike price को उदाहरण से समझ ने के लिये मेने Nifty 50 इंडेक्स लिया है। तो चलिये इसे समझते है।
ये एक Nifty 50 का option chain है। जो Upstox मे दिया जाता है। Nifty 50 के हर एक option कॉन्ट्रैक्ट के बीच मे 50 point का अंतर होता है।
इस फोटो मे आप दाएँ तरफ देखोगे तो आपको Nifty 50 का नाम दिखेगा उसके ठीक सामने आपको 19,638.30 दिखेगा जो है हमारा स्पॉट प्राइस।
अब थोड़ा सा नीचे आये तो हमे calls और Puts देखने को मिलेगा और इन दोनों की ठीक नीचे OI and LTP और इन दोनों के बीचमे हमे लिखा दिखेगा अंग्रेजी मे Strike। इस strike की पूरी सीधी रेखा को हम कहते है स्ट्रिके प्राइस। बहत सारे लोग इसे option chain भी कहते है।
उदाहरण:- मनलो की Nifty 50 थोड़े समय या 2 गंटे मे 62 point की मोवमेंट देती है। तो हमारी स्ट्राइक प्राइस या तो 17,576.30 हो सकता है या तो 17,700.30। क्यो की हमे ये नही पता की nifty 50 किस तरफ मोवमेंट देगा।
अब मनलो की आप को लग रहा है की Nifty 50 उपर जायेगा और अपने 17,650 option खरीदा और कुछ समय के बाद Nifty 50 +62 point का उपर की तरफ मोवमेंट देता है। जिसे आपको मुनाफा हो पर अलग मार्केट -62 नीचे गिर जाता है तो आपको नुक्सान होगा।
मे उमीद करता हु की आपको यहाँ तक समझ आ गया होगा नही आया तो comment करिये मे कोसिस करूँगा आपको सिखाने की।
स्टॉक मार्केट में स्ट्राइक प्राइस कैसे सेलेक्ट करे? | How to select strike prince in stock market
अच्छा स्ट्राइक प्राइस सेलेक्ट कैसे करे एक महत्वपूर्ण निर्णय है, क्योंकि यह आपके मुनाफे या नुकसान को तय करेगा। अगर आप कॉल ऑप्शन खरीदते हैं और स्ट्राइक प्राइस से कम पर समाप्त होता है, तो आपको नुकसान होगा। यदि आप पुट ऑप्शन खरीदते हैं और स्ट्राइक प्राइस से अधिक पर समाप्त होता है, तो आपको नुकसान होगा।
स्ट्राइक प्राइस का सेलेक्ट करते समय, आपको नीचे की बातों को ध्यान में रखना चाहिए:
- वर्तमान कीमत: स्ट्राइक प्राइस चुने गये स्टॉक या इंडेक्स की वर्तमान(spot price)कीमत के करीब होनी चाहिए। यदि स्ट्राइक प्राइस वर्तमान कीमत से बहुत अधिक या बहुत कम है, तो आपके ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट मे पैसे कमाने की संभावना कम है।
- एसेट की अस्थिरता: यदि चुने गये स्टॉक या इंडेक्स अत्यधिक अस्थिर है, तो आपको स्ट्राइक प्राइस की पसंदगी सावधानी से करना चाहिए। अगर स्ट्राइक प्राइस अस्थिरता के लिए पर्याप्त रूप से दूर नहीं है, तो आपके ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के पैसे कमाने की संभावना कम है।
- निवेश रणनीति: यदि आप एक कंजर्वेटिव निवेशक हैं, तो आपको पैसे बने की ज्यादा संभावना वाले ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का सेलेक्ट करना चाहिए। अगर आप एक आक्रामक निवेशक हैं, तो आप ऐसे ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का सेलेक्ट कर सकते हैं जिसमें पैसे खोने की संभावना कम हो, लेकिन मुनाफे की क्षमता अधिक हो।
अब हमने जान लिया की Option trading मे स्पोट प्राइस और स्ट्राइक प्राइस क्या होता है? तो आगे बड़ते हुवे हम जानते है की स्पोट प्राइस और स्ट्राइक प्राइस अंतर क्या है?
स्पोट प्राइस और स्ट्राइक प्राइस अंतर क्या है?
विशेषता | स्पोट प्राइस |
स्ट्राइक प्राइस |
---|---|---|
परिभाषा | किसी परिसंपत्ति की वर्तमान बाजार कीमत | वह मूल्य जिस पर एक डेरिवेटिव अनुबंध का प्रयोग किया जा सकता है |
मूल्य का प्रकार | उद्धृत मूल्य | सहमत मूल्य |
कब लागू होता है | सभी प्रकार की संपत्तियां | केवल डेरिवेटिव अनुबंध |
अस्थिरता | अस्थिर | तय |
उपयोग | एक डेरिवेटिव अनुबंध के आंतरिक मूल्य की गणना करने के लिए | यदि किसी डेरिवेटिव अनुबंध का प्रयोग किया जाता है तो उस पर होने वाले लाभ या हानि को निर्धारित करने के लिए |
निर्धारित कैसे होता है | स्पॉट मूल्य बाजार में आपूर्ति और मांग की ताकतों द्वारा निर्धारित होता है। | स्ट्राइक मूल्य डेरिवेटिव अनुबंध में शामिल दो पक्षों द्वारा सहमति के अनुसार तय किया जाता है। |
FAQs:- ( स्पोट प्राइस और स्ट्राइक प्राइस क्या होता है?)
Call और put strike price मे से ज्यादा मुनाफा किसमे होता है?
Strike price के कितने प्रकार है?
स्टॉक बाजार मे option trading क्या है?
अगर आप शेयर बाजार में एक bignner है तो ये जरूर पड़िये गा
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